न्यूज चक्र। कोटपूतली नगरपालिका के युवा व उत्साही पार्षदों ने कोटपूतली एएसपी रामकुमार कस्वा के आहवान पर सोमवार से साईकिलें संभाल ली है। पार्षद व पार्षद प्रतिनिधियों ने कहा है कि अपने शहर को कोरोना से बचाने के लिए प्रतिदन 3 घण्टे शहर के अलग अलग वार्डों में घूम कर लोगों को वैक्सिीन लगवाने, मास्क लगाने और कोरोना गाईडलाइन की पालना करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। आपको बता दें कि रविवार को एएसपी कस्वां ने साईकिल से शहर का दौरा कर जागरूकता का संदेश दिया था।
नमस्कार दोस्तों, महापुरुषों की कीर्ति किसी एक युग तक सीमित नहीं रहती। उनका लोक हितकारी चिंतन युगों युगों तक समाज का मार्गदर्शन करता है। ब्लॉगवाणी में आज हम एक ऐसे ही प्रकाश स्तंभ की चर्चा करेंगे, जो ना केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी रहे बल्कि एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे और पूरा देश जिन्हें राष्ट्रीय अध्यापक का सम्मान देता है। जी हां, आज हम बात करेंगे आचार्य विनोबा भावे की। आचार्य विनोबा भावे जिन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आध्यात्मिक उत्तराधिकारी भी कहा गया। उनकी आध्यात्मिक चेतना समाज और व्यक्ति से जुड़ी थी, इसी कारण संत स्वभाव के बावजूद उनमें राजनीतिक सक्रियता भी थी। उन्होंने सामाजिक अन्याय और धार्मिक विषमता का मुकाबला करने के लिए देश की जनता को स्वयंसेवी होने का आह्वान किया। उन्होंने देश की जनता के हितों के लिए जो आंदोलन चलाएं वह अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है। 1951 की बात है, आजाद हिंदुस्तान को जन्म लिए बस 4 ही साल बीते थे। देश में भयंकर गरीबी थी। लोगों के पास खाने के लिए रोटी नहीं थी। रोटी बनाने के लिए अन्न नहीं था। अन्न उपजाने के लिए जमीन नहीं थ...
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