सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

मोदी सरकार के 7 वर्ष पूर्ण होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह- जगह विभिन्न सेवा कार्य कर मनाया सेवा दिवस

कोटपूतली। मोदी सरकार के 7 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय जनता पार्टी कोटपूतली के भाजपा कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ भाजपा नेता मुकेष गोयल के नेतृत्व में शहर के बीडीएम अस्पताल के सामने, मैन चैराहा, सब्जी मंडी परिसर एवं नगरपालिका तिराहा पर लोगों को काढा पिलाया तथा कोटपूतली पूरब मण्डल के मोहनपुरा, कुजोता, गोरधनपुरा, कंवरपुरा, आसपुरा, भालोजी, बसई, पाथरेडी, रघुनाथपुरा आदि गाॅवों में आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया, साथ ही ग्रामीणों को मास्क एवं सेनिटाइजरों का वितरण भी किया। 




कोटपूतली विधानसभा के उत्तर मंडल मे सभी 15 शक्ति केंद्रों पर शक्ति केंद्र संयोजक एवं मंडल के पदाधिकारियों द्वारा सेवा कार्यों के तहत आयुर्वेदिक काढ़ा, सैनिटाइजर, वृक्षारोपण, पक्षियों के लिए परिंडे एवं मास्क वितरण के कार्यक्रम किए गए। इसी के तहत गोपालपुरा शक्ति केंद्र पर शिव मंदिर के पास आयुर्वेदिक काढ़ा व सैनेटाईज एवं मास्क वितरण का कार्यक्रम किया गया। साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत इकाई पर सेवा मित्रों द्वारा घर- घर जाकर थर्मल स्कैनर से तापमान एवं पल्स आॅक्सीमीटर से आक्सीजन लेवल की जाॅच की गई।  

इस अवसर पर गोयल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक ऐसा राजनैतिक दल है जिसके मूल में ही सेवा भाव है। भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता चाहे वैश्विक महामारी हो या फिर अन्य प्राकृतिक आपदा हो, सेवा कार्य करने के लिए सर्वप्रथम आगे रहता है। इस प्रकार पूरे प्रदेश में प्रत्येक ग्राम इकाई तक भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक डाॅ. सतीश पूनिया के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में एवं जिला जयपुर देहात उत्तर के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा के निर्देशानुसार जिले की सभी विधानसभाओं में सेवा दिवस मनाया गया। 

इसी क्रम में कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र में वरिष्ठ भाजपा नेता मुकेश गोयल के नेतृत्व में भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता कोरोना गाईडलाईन की पालना करते हुए विभिन्न सेवा कार्य जैसे वृक्षारोपण, गोसेवा, पक्षियों की सेवा, भोजन वितरण, स्वास्थ्य सम्बन्धित सेवा, मास्क एवं सैनिटाईजर वितरण, रक्तदान शिविर आयोजित करवाना आदि कार्य कर रहा है।

इस अवसर पर सेवा ही संगठन अभियान के जिला समन्वयक एवं जिला महामंत्री सुरेन्द्र चैधरी, जिलाउपाध्यक्ष कर्मवीर बोकन, जिलामंत्री सुभाष चन्द शर्मा, रविन्द्र सिंह शेखावत, भाजयूमो प्रदेश मंत्री विनोद सिंह तंवर, प्रदेश एससी मोर्चा प्रदेश मंत्री सुबेसिंह मोरोड़िया, मण्डल अध्यक्ष गोपाल मोरीजावाला, सुभाष घोघड़, रमेश रावत, पावटा मण्डल संगठन प्रभारी एडवोकेट अशोक योगी, मण्डल संयोजक बगुलाप्रसाद स्वामी, पूरण सैनी, बजरंगलाल शर्मा, कैलाश चन्द सैनी, राजेन्द्र रहीसा, दिलीप यादव, पार्षद प्रमोद गुरूजी, विजय आर्य, मुखिया पायला, भूपेन्द्र यादव, कमलेश प्रजापत, जितेन्द्र सिंह शेखावत, बालकृष्ण सैनी, शशि मित्तल, रमन सैनी, सीताराम बंसल, नरेश मेहरा, दयाराम कुमावत, विक्रम सैनी, महेश सैनी, विकास जांगल, बिल्लू सैनी, जितेन्द्र जलेन्द्रा, ईश्वर यादव, रविन्द्र स्वामी, रामवतार योगी, सत्यवीर यादव, सुधीर यादव, पूरण चोपड़ा, देशराज यादव, अमरसिंह सोरेला, सम्पत सिंह, मुखराम यादव, राकेश यादव, नवीन शर्मा, रामस्वरूप यादव, एससी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष कैलाश वाल्मिक, प्रमोद शर्मा, शक्ति केंद्र संयोजक हंसराज रावत एवं बूथ अध्यक्ष आदि सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

छाछ में मक्खी गिर जाए तो आप छाछ फेंक देते हैं और घी में गिर जाए तो...?

...चलिए पहले बात पूरी करता हूं। छाछ में मक्खी गिर जाए तो आप  मक्खी सहित पूरी छाछ फेंक देते हैं और घी में गिर जाए तो आप  केवल मक्खी निकाल कर फेंक देते हैं।... तब आप घी को नहीं फेंकते। क्यों ? कभी पूछा अपने आप से ! यही तो... मानसिकता है 'स्वार्थ' व 'अर्थ' से भरी। हर व्यक्ति, वस्तु और पद का मूल्यांकन 'आर्थिक' हो गया है। पूरा देश भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी पर उबाल खा रहा है।  सोशल मीडिया, सिनेमा, टीवी,  समाचार पत्र... हर जगह भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी पर बहस हो रही है।  घूस लेते कर्मचारियों के वीडियो  एक-दूसरे के साथ शेयर किए जा रहे हैं। थू थू करते है,  मन भर के गालियां देते हैं।... अच्छी बात है ऐसा होना भी चाहिए। मैं तो यह भी कहता हूं कि घूस लेने वालों का मुंह काला करके उन्हें पूरे शहर घुमाना चाहिए ताकि फिर कोई दूसरा ऐसा करने की हिम्मत ना कर सके। ... लेकिन मेरा मुद्दा यह नहीं है। मैं बात कर रहा हूं 'अपनी ईमानदारी' की। वह कहां गायब हो जाती है जब हमें खुद को कोई काम करवाने के लिए  'घूसखोर' ढूंढना पड़ता है। ध्यान रहे, आप मेरे इस आरोप से बच नहीं सकते। अग

दिल है कि मानता नहीं !!

- Vikas Verma जी हां, दिल का मामला ही कुछ ऐसा होता है, जिस काम को करने के लिए मना किया जाता है, जब तक उसे कर ना ले, चैन पड़ता ही नहीं है। ‘कहीं लिखा हुआ है कि - दीवार के पार देखना मना हैै।’...तो हम तो देखेगें, नहीं तो दिल को सुकुन नहीं मिलेगा। कहीं लिखा है कि यहां थूकना मना है, तो हम तो थूकेगें, क्योंकि इसी में दिल की रजा़ है, इसी में मजा़ है और इसी में शान है, अभिमान है !! अब देखो ना, ‘सरकार’ कह रही है, सब कह रहे हैं। रेडियो, अखबार, टीवी सब यही कह रहे हैं, कोरोना महामारी है ! मास्क लगाओ, दूरी बनाओ ! पर हम तो ना मास्क लगाएगें, ना हाथों पर सैनेटाईजर लगाएगें और ना सोशल डिस्टेंस बनानी है ! क्यों करें, आखिर मरना तो एक दिन सबको है ! मौत लिखी होगी तो मर जाएगें, नहीं तो क्या करेगा कोरोना !! ...और फिर कोरोना यहां थोड़ी ना है, वो तो वहीं तक है। अगर कोरोना इतना ही खतरनाक होता तो डाॅक्टर, कम्पाउण्डर, पुलिस और ये प्रेस वाले ऐसे ही थोड़ी ना घूमते। इनको भी तो जान प्यारी होगी। ...और फिर जब ये ही नहीं डरते, तो मैं क्यों डरूं ? मेरा दिल इतना कमजोर थोड़ी ना है !! कोटपूतली में मिल रहे लगातार कोरोना

हमारे राज्य पशु पर ऑस्ट्रेलिया में मंडरा रही मौत...?

।। श्रवण सिंह राठौड़ की कलम से।।  हमारे रेगिस्तानी जहाज ऊंट के लिए बहुत ही बुरी खबर हैं। राजस्थान में ऊंट को संरक्षण देने के लिए 2014 से ही राज्य पशु का दर्जा प्राप्त है। उधर आपदा - आग की तबाही झेल रहा ऑस्ट्रेलिया 10 हजार ऊंटों को मारेगा । वजह, पानी की कमी। जल संकट। आदिवासी समुदाय की मांग पर ऊंटों को मारने का काम आज से शुरू हो चुका है। इस खबर ने मुझे अंदर तक हिलाकर रख दिया है। ऊंटों को मारना, पूरी तरह प्रकृति के खिलाफ और अमानवीय है। राजस्थान में भी भारी जल संकट है। ऐसे में पानी की कीमत हमको भी समझने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया में ऊंटों को गोली मारने के पीछे असली वजह वहां पानी की भारी कमी होना बताया जा रहा है। वहां के आदिवासी समुदाय का कहना है कि जंगली ऊंट हमारे संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा रहे और हमारे हिस्से का पानी पी जाते हैं। इस वजह से आदिवासी समुदाय की मांग पर वहां की सरकार ने आनन-फानन में निर्णय लेकर आज बुधवार से हेलीकॉप्टर में बैठे शुटर के जरिए ऊंटों को गोली  मारने के आदेश दिए गए हैं। अभी 10000 ऊंटों को मारा जाएगा। इस खबर से मैं बहुत आहत हूं। ये विकृत मानसिकता है। ऊंटो

कृपया फोलो/ Follow करें।

कुल पेज दृश्य